Mahatma Gandhi- पूरी जानकारी

इस लेख में  मै आपको महात्मा गांधीजी के बारे में जानकारी दी जाएगी।

गांधी जयंती 2024: तिथि, इतिहास, महत्व और महात्मा गांधी की जयंती के बारे में वह सब कुछ जो आपको जानना आवश्यक है

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Gandhi Jayanti 2024: इस वर्ष है 155वीं जयंती

महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 में गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। इस वर्ष यानी कि वर्ष 2024 में महात्मा गांधी की 155 वीं जयंती मनाई जा रही है। उनकी जयंती पर देश भर में स्कूलों के साथ ही हर छोटी-बड़ी जगह पर प्रार्थना सभाएं, कार्यक्रम आदि का आयोजन किया जाता है।

Mahatma Gandhi- पूरी जानकारी

महात्मा गांधी का जन्म कब और किस स्थान पर हुआ था

गाँधी जी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को वर्तमान गुजरात राज्य के पोरबंदर जिले के मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था।

गांधी जी का पूरा नाम

महात्मा गांधी का पूरा नाम (mahatma gandhi ka pura naam) मोहनदास करमचन्द गांधी होने के साथ ही लोग प्यार से उन्हे बापू कहकर बुलाते हैं। उन्हें राष्ट्रपिता, और महात्मा (महान आत्मा) के रूप में भी जाना जाता है।

गांधी जी ने कितनी पढ़ाई की थी?

यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (UCL) से लॉ की डिग्री

मोहनदास करमचंद गांधी 1888 में लॉ की पढ़ाई करने ब्रिटेन गए. यहां उन्होंने यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में एडमिशन लिया. तीन साल बाद उन्हें 1891 में लॉ की डिग्री मिली. 1893 में गुजराती व्यापारी शेख अब्दुल्ला के वकील के तौर पर काम करने के लिए दक्षिण अफ्रीका गए.

गांधी जी की पत्नी का नाम

गाँधीजी की पत्नी का नाम कस्तूरबा गाँधी था तथा लोग इन्हें बा कहकर बुलाते थे। इनका जन्म 11 अप्रैल 1869 और मृत्यु 22 फ़रवरी 1944 को हुआ था। इनका जन्म पोरवंदर, गुजरात के व्यापारी गोकुलदास मकनजी के घर तीसरी संतान के रुप में हुआ था तथा मृत्यु पुणे महाराष्ट्र में हुआ था। इन्होने आज़ादी की जंग में भी सक्रिय भूमिका निभायी थी।

गांधीजी का परीवार

महात्मा गांधी का परिवार: गांधीजी और कस्तूरबा के चार बेटे
– हरिलाल (परिवार में 68 सदस्य)
– मणिलाल (परिवार में 39 सदस्य)
– रामदास (परिवार में 19 सदस्य)
– देवदास (परिवार में 28 सदस्य)

ऐसे मिला महात्मा और राष्ट्रपिता का दर्जा

नोबेल पुरस्कार विजेता कवि रवींद्रनाथ टैगोर ने उनको महात्मा की उपाधि प्रदान की थी उसके बाद उन्हें महात्मा के नाम जाने लगा। इसके बाद 4 जून 1944 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने सिंगापुर रेडियो से अपने एक संदेश में महात्मा गांधी को ‘राष्ट्रपिता’ कहकर संबोधित किया था जिसके बाद उनको इसी नाम से देश भर में संबोधित किया जाने लगा।

अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस:

अन्तरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस हर वर्ष 2 अक्टूबर को, महात्मा गांधी के जन्म दिवस पर मनाया जाता है. ग़ौरतलब है कि भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन की एक अग्रणी हस्ती रहे महात्मा गांधी ने अहिंसा के दर्शन को आगे बढ़ाया और उसे स्वतंत्रता आन्दोलन का एक कारगर उपकरण बनाया।

जानें, किसने कहा गांधी जी को सबसे पहले ‘राष्ट्रपिता’, कैसे बने वे ‘महात्मा

चलिए हम आज आपको बताते हैं इनके पीछे की कहानी। किसने दी थी – 4 जून 1944 को सुभाष चन्द्र बोस ने सिंगापुर रेडियो से एक संदेश प्रसारित करते हुए महात्मा गांधी को ‘देश का पिता’ (राष्ट्रपिता) कहकर संबोधित किया। बाद में भारत सरकार ने भी इस नाम को मान्यता दे दी।

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के लिए संघर्ष (१९१६ -१९४५)

1917 में चंपारण आंदोलन, 1918 में खेड़ा आंदोलन, 1919 में खिलाफत आंदोलन, 1920 में असहयोग आंदोलन, 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन और सविनय अवज्ञा आंदोलन सभी महात्मा गांधी के स्वतंत्रता आंदोलन का हिस्सा हैं।

महात्मा गांधी की हत्या कहा और कैसे हुई

मोहनदास करमचंद गांधी की हत्या 30 जनवरी 1948 की शाम को नई दिल्ली स्थित बिड़ला भवन में गोली मारकर की गयी थी। वे रोज शाम वहां प्रार्थना किया करते थे। 30 जनवरी 1948 की शाम जब वे संध्याकालीन प्रार्थना के लिए जा रहे थे तभी नथुराम गोडसे उनके पैर छूने का अभिनय करते हुए उनके सामने गए और उनपर बैरेटा पिस्तोल  से तीन गोलियाँ दाग दीं। उस समय गांधी अनुचरों से घिरे हुए थे।

 

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